Sunday, 10 July 2016

Namaz

हम लोग नमाज़ नही पढ़ते।
नमाज़ के बारे में चंद अहम बाते।। 
नमाज़ क्या हैं ? नमाज़ पढ़ने की फजीलत और उसको छोड़ने के अज़ाब क्या हैं।।
ये सभी मुसलमानों को पता होना चाहिए।।

🌹नमाज़ किया है ?🌹
1. नमाज़ परवरदिगार की खुशी और फरिश्ताे की दोस्ती का सबब हैं।
2.  नमाज़ 1 लाख, 24 हजार नबीयों का तरीका हैं।
3. नमाज़ शैतान को काटने का हथियार हैं। और उसका मूंह काला करती हैं।
4. नमाज़ कब्र को रोशन करने वाली हैं।
5. नमाज़ कयामत में शिफ़ाअत करने वाली हैं।
6. नमाज़ दोजख के अज़ाब से बचाने वाली हैं।।
7. नमाज़ पुलसिरात से आसानी से गुजारने वाली हैं।
8. नमाज़ जन्नत की कुंजी हैं।
9. नमाज़ सब आमाल में बहतर अमल हैं।।
10. सबसे बड़ी बात ( नमाज़ हमारे नबी
की आखो की ठंडक हैं।)
11. बगैर नमाज़ के कोई अम्ल कबूल नही।।

🌹नमाज पढने की फज़ीलत🌹

नाेट:- ये नमाज़ पढने की फज़ीलत हैं। वादा करो अबसे इंशा अल्लाह नमाज़ नही छोड़ेंगे।।
अल्लाह हम सभी को 5 वक्त की नमाज
पढ़ने की तोफीक अता फरमाए।।

आमीन

🌹नमाज छोड़ने के अजाब🌹
1. जो आदमी एक वक्त की नमाज़ जान बुझकर छोड़ दे वो काफिर हो जाता हैं।
2. नमाज़ दीन का सुतून हैं। जिसने नमाज़ को कायम
रखा उसने दीन को कायम रखा । जिसने नमाज़ छोड़
दी उसने अपने दीन को गिरा दिया।।
3. कयामत के दिन सबसे पहले नमाज़ ही का हिसाब
होगा। जिसकी नमाज सही
निकली उसके बाकी अम्ल भी सही होंगे।।
4. इस्लाम और कुफ्र में सिर्फ नमाज़ ही का फर्क
हैं।
5. कयामत के दिन बे नमाज़ी सूअर से भी बदतर होगा।।

जाे बन्दा नमाज नही पढ़ता उस पर 15 तरीकों से अज़ाब होता हैं।।

6 अजाब दुनिया में।
1. उसकी उम्र से बरकत खत्म हो जाती हैं।
2. अल्लाह उस पर से नेक लोगो की निशानी उठा लेता हैं।।
3. जो नेक अमल करेगा उसका अज़र नही मिलेगा।
4. इसकी दुआ आसमानों तक नही जाती।।
5.  रहमत के उस से दूर हो जाते हैं।।
6.  इस्लाम की खूबियों से मरते वक्त कुछ नसीब ना होगा।

3 अजाब मौत के वक्त
1. जलील होकर मरेगा।
2. भूखा मरेगा।
3. प्यासा मरेगा।।

3 अजाब कब्र में होंगे।
1.  कब्र उसपर तंग हो जाती है।
2. कब्र में आग जला दी जायेगी।
3.  उसपर एक अजदाह (सांप) मुसल्लत कर दिया जाएगा।

3 अज़ाब कब्र से निकलने के बाद होंगे।।
1. अल्लाह, एक फरिश्ता मुसल्लत कर देगा। जो उसे
उसकी कब्र से मुंह के बल खींच कर मैदाने हशर में लाएगा।।
2. अल्लाह का उस पर गुस्सा होगा।।
3. उसे जहन्नम में फेंक दिया जाएगा।।

✔जो आदमी नमाज छोड़ देता हैं । उसी वक्त उसका नाम दोज़ख के दरवाजे पर लिख दिया जाता हैं। जब
वह तोबा करके कज़ा पढ़ता हैं वह मिट जाता हैं।।
जब बे नमाज़ी और कुत्ता सामने आ जाए तो पहले
कुत्ते को देखो। क्युँकी बे नमाजी कुत्ते से बत्तर होता हैं।।

Note:- भाइयो, बहुत सख्त अजाब हैं नमाज़ छोड़ने का। आज ही जी अहद करलो,, पुरानी जिंदगी (LIFE) से तौबा ,, और आगे इंशा अल्लाह नमाज़ नही छोड़ेगे।।

अल्लाह हम सबको अम्ल की तौफिक अता फरमाए।।।

आमीन

pl. share to all Muslims
Dua me zarur yaad rkhna namaaz ke sath

🌱🌿🌿🌱🌿🌱🌿🌱🌿🌱🌿

Sher

अब फ़क़त शोर मचाने से नहीं कुछ होगा।।
सिर्फ होठों को हिलाने से नहीं कुछ होगा।।

ज़िन्दगी के लिए बेमौत ही मरते क्यों हो।।
अहले इमां हो तो शैतान से डरते क्यों हो।।

तुम भी महफूज़ कहाँ अपने ठिकाने पे हो।।
बादे अखलाक तुम्ही लोग निशाने पे हो।।

सारे ग़म सारे गिले शिकवे भुला के उठो।
दुश्मनी जो भी है आपस में भुला के उठो।।

अब अगर एक न हो पाए तो मिट जाओगे।।
ख़ुश्क पत्त्तों की तरह तुम भी बिखर जाओगे।।

खुद को पहचानो की तुम लोग वफ़ा वाले हो।।
मुस्तफ़ा वाले हो मोमिन हो खुदा वाले हो।।

कुफ्र दम तोड़ दे टूटी हुई शमशीर के साथ।।
तुम निकल आओ अगर नारे तकबीर के साथ।।

अपने इस्लाम की तारीख उलट कर देखो ।
अपना गुज़रा हुआ हर दौर पलट कर देखो।।

तुम पहाड़ों का जिगर चाक किया करते थे।।
तुम तो दरयाओं का रूख मोड़ दिया करते थे।।

तुमने खैबर को उखाड़ा था तुम्हे याद नहीं।।
तुमने बातिल को पिछाड़ा था तुम्हे याद नहीं।।।

फिरते रहते थे शबो रोज़ बियाबानो में।।
ज़िन्दगी काट दिया करते थे मैदानों में..

रह के महलों में हर आयते हक़ भूल गए।।
ऐशो इशरत में पयंबर का सबक़ भूल गए।।

ठन्डे कमरे हंसी महलों से निकल कर आओ।।
फिर से तपते हु सहराओं में चल कर आओ।।

लेके इस्लाम के लश्कर की हर एक खुबी उठो।।
अपने सीने में लिए जज़्बाए ज़ुमी उठो।।

राहे हक़ में बढ़ो सामान सफ़र का बांधो।।
ताज़ ठोकर पे रखो सर पे अमामा बांधो।।

तुम जो चाहो तो जमाने को हिला सकते हो।।।
फ़तह की एक नयी तारीख बना सकते हो।।।

खुद को पहचानों तो सब अब भी संवर सकता है।।
दुश्मने दीं का शीराज़ा बिखर सकता है।।

हक़ परस्तों के फ़साने में कहीं मात नहीं।।।।।।।।
तुमसे टकराए ज़माने की ये औक़ात  नहीं।।

Monday, 4 April 2016

Zamzam kya he

ज़मजम क्या है?💭💭

जमजम 18 x 14 फुट और 13 मीटर गहरा कुंआ है

जो 4000 साल पहेले शुरू हुआ

उस दिन से आजतक ये कभी भी सूखा नहीं

उस दिन से आज तक इस पानी का जाएका कभी बदला नहीं

कोई हरियाली या पेड़, पौधे इस कुएं में नहीं उगते

इस लिए ये पानी कभी मैला नहीं होता ना इस से कोई बीमारी होती है

यूरोप के बड़े बड़े लैब ने इस पानी का मुआयना किया और इस पानी को पीने के लिए सही बताया

ये छोटा कुंआ लगभग 2 करोड़ लोगो को पानी पिलाता है

इस कुएं में ऐसी मोटरें लगाई गयी है जो हर सेकंड 8000 लीटर पानी खींचती है

और ये दिन के 24 घंटे चलता रहता है

ये इस कुएं की शान है की ये कुंआ वापस सिर्फ 11 मिनिट में फिर से भर जाता है।
इस लिए इसके पानी का लेवल कभी कम नहीं होता

सुबहान अल्लाह

ये बात रुकनी नही चाहिए सभी दोस्तों को शेयर करे।
अल्लाह हमे नेक काम करने की तौफीक दे।
अामीन

Raat ko sone se pahele ye padhe taaki aap ki raat ibadat me guzre aur aap ke gunah kam ho
  
3 Bar .Astagfar
3 Bar .Subhanallah
3 Bar .Durood-Pak
3 Bar .Pahela Kalma
3 Bar. Surh Ikhlas
*_ _ _ _ _ _*
1 Minute Tak Msg Sb Ko send Kro
1 Din Apko Ye 1 Minute Kaam Aaega...

Mot k baad bhi sawab kamae

मौत के बाद भी सवाब कमाने के 7 आसान तरीके
(1)= किसी को एक क़ुरान पाक ले के दो वो जब भी पढ़ेगा आप को सवाब मिलेगा
(2)= एक व्हीलचेयर किसी हॉस्पिटल को दो जब भी कोई मरीज़ इस्तेमाल करेगा आप को सवाब
(3)= मस्जिद की तामीर में हिस्सा लो हमेशा का सवाब
(4)= किसी पब्लिक जगह वाटर कूलर लगा दो हर लम्हा सवाब
(5)= एक दरख़्त लगा दो उस के साये में कोई इंसान या जानवर बैठेगा या खायेगा तो आप को सवाब
(6)= अपनी औलाद को हाफिज.ए.क़ुरान बना दो जब वो पड़ेगा आप को सवाब
( 7)= सब से आसान ये है के ये बात दुसरो को बताओ किसी एक ने भी अमल किया तो आप को सवाब.

Mot k baad bhi sawab kamae

मौत के बाद भी सवाब कमाने के 7 आसान तरीके
(1)= किसी को एक क़ुरान पाक ले के दो वो जब भी पढ़ेगा आप को सवाब मिलेगा
(2)= एक व्हीलचेयर किसी हॉस्पिटल को दो जब भी कोई मरीज़ इस्तेमाल करेगा आप को सवाब
(3)= मस्जिद की तामीर में हिस्सा लो हमेशा का सवाब
(4)= किसी पब्लिक जगह वाटर कूलर लगा दो हर लम्हा सवाब
(5)= एक दरख़्त लगा दो उस के साये में कोई इंसान या जानवर बैठेगा या खायेगा तो आप को सवाब
(6)= अपनी औलाद को हाफिज.ए.क़ुरान बना दो जब वो पड़ेगा आप को सवाब
( 7)= सब से आसान ये है के ये बात दुसरो को बताओ किसी एक ने भी अमल किया तो आप को सवाब.

Allah ka imtahan in hindi

एक अमीर ईन्सान था।
उसने समुद्र मेँ अकेले
घूमने के लिए एक
नाव बनवाई।
छुट्टी के दिन वह नाव लेकर समुद्र
की सेर करने निकला।

आधे समुद्र तक पहुंचा ही था कि अचानक
एक जोरदार
तुफान आया।

उसकी नाव पुरी तरह से तहस-नहस
हो गई लेकिन वह
लाईफ जैकेट की मदद से समुद्र मेँ कूद
गया।

जब तूफान शांत हुआ तब वह
तैरता-तैरता एक टापू पर
पहुंचा
लेकिन वहाँ भी कोई नही था।
टापू के चारो और समुद्र के अलावा कुछ
भी नजर नही आ
रहा था।

उस आदमी ने सोचा कि जब मैंने
पूरी जिदंगी मेँ
किसी का कभी भी बुरा नही किया तो मेरे
साथ ऐसा क्यूँ
हुआ..?

उस ईन्सान को लगा कि खुदा ने मौत से
बचाया तो आगे
का रास्ता भी खुदा ही बताएगा।

धीरे-धीरे वह वहाँ पर उगे झाड-फल-पत्ते
खाकर दिन बिताने
लगा।

अब धीरे-धीरे उसकी आस टूटने लगी,
खुदा पर से
उसका यकीन उठने लगा।

फिर उसने सोचा कि अब
पूरी जिंदगी यही इस टापू पर
ही बितानी है तो क्यूँ ना एक
झोपडी बना लूँ ......?

फिर उसने झाड की डालियो और पत्तो से
एक
छोटी सी झोपडी बनाई।
उसने मन ही मन कहा कि आज से झोपडी मेँ
सोने
को मिलेगा आज से बाहर
नही सोना पडेगा।

रात हुई ही थी कि अचानक मौसम बदला
बिजलियाँ जोर जोर से कड़कने लगी.!
तभी अचानक एक बिजली उस झोपडी पर
आ गिरी और
झोपडी धधकते हुए जलने लगी।

यह देखकर वह ईन्सान टूट गया।
आसमान
की तरफ देखकर
बोला
या खुदा ये तेरा कैसा इंसाफ है?
तूने मुज पर अपनी रहम की नजर क्यूँ नहीं की?

फीर वह ईन्सान हताश होकर सर पर हाथ
रखकर रो रहा था।

कि अचानक एक नाव टापू के पास आई।
नाव से उतरकर
दो आदमी बाहर आये

और बोले कि हम तुम्हे बचाने आये हैं।
दूर से इस वीरान टापू मे जलता हुआ
झोपडा देखा
तो लगा कि कोई उस टापू
पर मुसीबत मेँ है।

अगर तुम अपनी झोपडी नही जलाते
तो हमे
पता नही चलता कि टापू पर कोई है।

उस आदमी की आँखो से आँसू गिरने लगे।
उसने खुदा से माफी माँगी और
बोला कि "या रब मुझे
क्या पता कि तूने मुझे बचाने के लिए
मेरी झोपडी जलाई
थी।यक़ीनन तू अपने बन्दों का हमेशा ख्याल रखता है। तूने मेरे सब्र का इम्तेहान लिया लेकिन मैं उसका फ़ैल हो गया। मुझे माफ़ फरमा दे।"
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moral -

दिन चाहे सुख के हों या दुख के,
खुदा अपने बन्दों के साथ हमेशा रहता हैं।

Pehli muharram ka asardar wazifa rozi me barkat ka

https://www.nabwi.com/imam-hussain-karbala-story-in-hindi-urdu-1/ imam husain https://www.nabwi.com/islamic-hadees-in-hindi-new-post-40/...